तुम्हारे हिस्से में आया सजा सजाया सुथरा घर उसके हिस्से में आया पाक कौशल तुम्हारे हिस्से में आया स्वा... तुम्हारे हिस्से में आया सजा सजाया सुथरा घर उसके हिस्से में आया पाक कौशल तुम्हारे...
गधे को लगा कि वे उसे प्रणाम कर रहे हैं। गधे को लगा कि वे उसे प्रणाम कर रहे हैं।
लेखक: अलेक्सेइ टॉल्स्टॉय अनु.: आ. चारुमति रामदास लेखक: अलेक्सेइ टॉल्स्टॉय अनु.: आ. चारुमति रामदास
कभी अपने हिस्से की रोटियाँ बांटकर भी भूख मिट जाती है कभी अपने हिस्से की रोटियाँ बांटकर भी भूख मिट जाती है
उस लड़की की तरह आंसू और चुप्पी के अलावा और कुछ नहीं बच रहता। उस लड़की की तरह आंसू और चुप्पी के अलावा और कुछ नहीं बच रहता।
दो आखिरी खत जो लिखे गए, लेकिन कभी भेजे नहीं गए, मानों एक दूसरे को कोस रहे हों। नियति इतनी कठोर परीक्... दो आखिरी खत जो लिखे गए, लेकिन कभी भेजे नहीं गए, मानों एक दूसरे को कोस रहे हों। न...